Bukhar Ke Lakshan

हेलो दोस्तों आज हम बुखार के बारे में Bukhar Ke Lakshan के बारे में जानेंगे। जैसा कि हम सब जानते हैं कि जैसे ही मौसम बदलता है तो दिन में धूप के कारण गर्मी और रात में मौसम ठंडा हो जाता है इसलिए ठंड और गर्म दोनों तरह का मौसम होने के कारण हमें बुखार, सर्दी हो सकता है जो कि normal किसी को भी हो सकता है जिसे viral fever कहते हैं जो कि 2 या 3 दिन में अपने आप ठीक हो जाता है। लेकिन कभी कभी बुखार 1 हफ्ते से ज्यादा समय तक रह जाता है तब व्यक्ति को परेशानी होती है क्योंकि बुखार के कारण व्यक्ति को कोई भी खाने की चीज अच्छी नहीं लगती है जिससे व्यक्ति कुछ खा नहीं पाता और कमजोर होने लगता है कमजोरी के कारण व्यक्ति को और भी बीमारी हो सकती है इसलिए बुखार की शुरुआत होने पर ही व्यक्ति को उसे अनदेखा नहीं करना चाहिए बल्कि हमें उसे ठीक करने की कोशिश करनी चाहिए।

Bukhar Ke Lakshan

दोस्तों वैसे तो बुखार कोई बीमारी नहीं होती बल्कि ये हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली है जिसके कारण हमारे शरीर में जैसे ही कोई संक्रमण होता है संक्रमण किसी virus के माध्यम से ही होता है तो हमारा शरीर उस virus को समाप्त करने के लिए शरीर का temperature (तापमान) बढ़ा देता है क्योंकि बढ़े हुए तापमान में कोई भी virus विकसित नहीं हो सकता इस तरह से जब तक वह virus पूरी तरह से समाप्त नहीं हो जाता तब तक हमारे शरीर का तापमान सामान्य से अधिक रहता है जिसे हम बुखार कहते हैं। इस तरह हमारा शरीर संक्रमण से हमारी रक्षा करता है।

Bukhar Ke kuchh Lakshan है जिसकी सहायता से हम बुखार को पहचान कर उसका इलाज करवा सकते हैं।

  • बुखार होने पर व्यक्ति को ताकत में कमी महसूस होने लगता है जिससे उसे नींद अधिक आती है।
  • बुखार होने पर व्यक्ति को भूख भी नहीं लगती।
  • बुखार होने पर व्यक्ति को ठंडक लगती है और शरीर में कपकपाहट होता है।
  • बुखार होने पर व्यक्ति के मांसपेशियों में दर्द होने लगता है।
  • बुखार होने पर व्यक्ति को पसीना आता है।
  • बुखार होने पर व्यक्ति के सिर में भी दर्द होता है।

 

दोस्तों बुखार होने पर हम कुछ घरेलू उपायों की सहायता से उसे ठीक कर सकते हैं।

  • हमें जब भी बुखार हो तब हल्का भोजन जैसे खिचड़ी, सूप आदि ले सकते हैं।
  • बुखार होने पर हमे नारियल पानी, मौसमी जूस या संतरे का जूस पीना चाहिए। क्योंकि नारियल पानी हमारे शरीर में बुखार के कारण हुए dehydration को कम करता है और संतरे या मौसमी में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। विटामिन सी रोगों से लड़ने में बहुत सहायक है क्योंकि यह प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
  • बुखार होने पर व्यक्ति को आराम करना चाहिए। क्योंकि जब व्यक्ति का शरीर आराम में रहेगा तब वह वायरस को जल्दी समाप्त करेगा और व्यक्ति जल्दी स्वस्थ होगा।
  • बुखार होने पर ठंडे कपड़े को भिगोकर सिर पर रखें इससे तापमान में गिरावट होती है।
  • बुखार होने पर व्यक्ति को ठंडे पानी से नहीं नहाना चाहिए बल्कि गुनगुने पानी से नहाना चाहिए।

उपरोक्त उपायों को अपनाकर आप बुखार को अपने घर पर ठीक कर सकते हैं। दोस्तों आज के पोस्ट में हमने बुखार और उसके लक्षणों के बारे में जाना और इससे यह निष्कर्ष निकाला कि बुखार कोई बीमारी नहीं बल्कि हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली है। ईश्वर ने जब हमारे शरीर को बनाया तब इसमें वो सारे system बनाए कि शरीर में जैसे ही कोई परेशानी या बीमारी हो तो हमारा शरीर उसको पहचानकर तुरंत उस परेशानी से हमारे शरीर को बचाने का काम स्वयं करे। लेकिन आज हम गलत खान पान की वजह से अपने शरीर को खुद ही बीमार कर लेते हैं। दोस्तों फास्ट फूड का, तले हुए चीजों का कम से कम प्रयोग करें। फलों और सब्जियों का अधिक से अधिक प्रयोग करें और हमेशा स्वस्थ और खुशहाल जीवन जिएं।

दोस्तों अगर इन उपायों से बुखार ठीक न हो तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें और उसके परामर्श से ही कोई भी दवा लें अपने मर्जी से कोई भी दवा न लें।

FAQ

Ques – बुखार आने पर क्या क्या लक्षण होते हैं?

बुखार आने पर व्यक्ति के सिर में दर्द, शरीर में दर्द, तापमान बढ़ा हुआ होता है। बुखार में व्यक्ति को ठंड भी लगता है।

Ques – बुखार क्यों हो जाता है?

जब शरीर में कोई भी संक्रमण होता है तो उसे ठीक करने के लिए हमारा शरीर तापमान बढ़ा देता है जिसे बुखार कहते हैं क्योंकि बढ़े हुए तापमान में कोई भी virus बढ़ नहीं सकता।

Ques – बुखार कितने दिनों तक रहता है?

बुखार 3 से 5 दिन में अपने आप ठीक हो जाता है लेकिन कभी कभी इसे ठीक होने में 10 से 12 दिन लगते हैं।

Ques – बुखार आने पर क्या खाना चाहिए?

बुखार होने पर नारियल पानी और संतरे या मौसमी का जूस पिए। खिचड़ी या सूप जैसा हल्का खाना खाना चाहिए।

Ques – बुखार के बाद कमजोरी क्यों आती है?

क्योंकि बुखार में व्यक्ति को खाना अच्छा नहीं लगता जिससे व्यक्ति कमजोर हो जाता है।